हम अपना जीवन नष्ट कर रहे हैं कैसे ?
हम अपना जीवन नष्ट कर रहे हैं कैसे ? अतएव हमें अपनी इन्द्रियों को भौतिक सुख बढ़ाने के लिए प्रेरित करने के इच्छुक न बनकर कृष्णभावनामृत का अभ्यास करके आध्यात्मिक सुख पाने का प्रयास करना चाहिए। जैसाकि प्रह्लाद महाराज कहते हैं, “यद्यपि इस मानव शरीर में तुम्हारा जीवन क्षणिक है, किन्तु है अत्यन्त मूल्यवान्। अतएव … Read more