इक्कीसवाँ अध्याय श्रावण महात्म्य – shravan maas
इक्कीसवाँ अध्याय श्रावण महात्म्य ईश्वर ने कहा- हे सनत्कुमार! श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के रोज वेदोत्सर्जन उपाकर्म होता है या पौष मास की पूर्णिमा तिथि उत्सर्जन की कही गई है। उत्सर्जन में पौष मास या माघ मास या प्रतिपदा तिथि या रोहिणी नक्षत्र कहा गया है। दूसरा समय करना उत्तम कहा गया है। अतः श्रावण मास … Read more