तीसवाँ अध्याय कार्तिक माहात्म्य
तीसवाँ अध्याय कार्तिक माहात्म्य राजा पृथु पूछते हैं, हे नारदजी ! भगवान् का अत्यन्त प्रिय भीष्मपंचक व्रत कैसे प्रसिद्ध हुआ? तब नारदजी कहने लगे, हे राजा पृथु ! यह व्रत आदिकाल से है परन्तु बीच में लुप्त हो गया था। फिर यह कैसे प्रसिद्ध हुआ, सो कथा हम तुमसे कहते हैं, सुनो। श्रीकृष्णजी ने भीष्मजी … Read more