माँ आनन्देश्वरी की साक्षात् लीला
माँ आनन्देश्वरी के प्राकट्य की गाथा
माँ आनन्देश्वरी की महिमा तो जितनी गाए उतनी कम है हममें इतनी शक्ति नहीं की हम उसकी लीला का गायन कर सके।
माता रानी के प्राकट्य के बारे में जो भी यहाँ बताया जा रहा है यह सब उसकी शक्ति द्वारा ही जो असल में हुआ है।
वही लीला के बारे में बताया गया है क्यूंकि हममे इतनी शक्ति नहीं खुद से कुछ लिखें और बोले हमारे तो स्वांस भी अपने नहीं हमारा शरीर अपना नहीं तो हम फिर किसकी शक्ति से बोलते है ? किसकी शक्ति से लिखते है ? किसकी शक्ति से चलते है ?
उस आदि शक्ति की शक्ति से हम बोलते चलते और लिखते है वो शक्ति जो हम सब में विध्य्मान है ….…आगे पढ़े
माँ आनन्देश्वरी का दरबार
माँ आनन्देश्वरी के दर्शन
माँ आनन्देश्वरी धाम की Location
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